Friday, December 2, 2011

मेरी शायरी

एक अहसास है तेरा एक ख्वाब है तेरा ....
जिंदगी कुछ भी नहीं बस एक शब्-ए - इन्तेज़ार है तेरा ....
सुबह हो या शाम क्यूँ याद तुम्हारी आती है......
ना काम में लगता है दिल न ही रातों को मुझे नींद आती है.......
चेहरे पर हंसी हमारे आती नहीं ....
उसके बिना जिंदगी हमको भाति नहीं .....
मेरी रूह को न जाने किसकी तलाश है ....
लगता है एक हमसफ़र की आस है ......
एक अहसास है तेरा एक ख्वाब है तेरा ....
जिंदगी कुछ भी नहीं बस एक इन्तेज़ार है तेरा ....
ढूँढता हूं मै दर बदर मंजर मेरे शबाब के......
चुनता हूं मै बागों से रंग नन्हें गुलाब के........

चलता हूं मै दिन भर नशे मे उस शराब के.......
सोता हूं मै रातों को आस मे एक ख्वाब के........
तुम्हारी फितरत कि आम तुम कभी बन नहीं सकते.......
हमारा उसूल कि किसी खास के दर पर हम नहीं जाते........
जब से बसा लिया मन, सांवरिया तेरी गली में .....
पी लिया अमृत मैने, तेरी बांसुरी की धुन में .......

तोड़ दिए है मैने सारे नाते, इस बैरी जग के .......
अब आ जाओ मनमोहन, मेरे मन मंदिर में......
करना है कुछ बड़ा तो कुछ हट के सोचिये ........
क्या कहेगा कोई हमें , बस यह न सोचिये........
न तुम ही तुम हो दुनिया में,
न हम ही हम हैं इस दुनिया में
हमीं हैं इसलिए तुम हो
हो तुम भी इसलिए हम हैं
नई बहू से इतनी तबदीली आई......
भाई का भाई से रिश्ता टूट गया.....
औरत को प्यार और सम्मान देकर देखिये ...
खुद बा खुद समझ जायेगे कि देवी किसे कहते है .......
सबका मालिक एक है ....
पायेगा वो उसको जिसकी नीयत नेक है .....
कांटे रिश्तों को कभी आजमाते नहीं ....
ये फूलों की तरह कभी मुरझाते नहीं ......
बहुत तेज जिंदगी में जब वक्त मिले तो सोचिये ....
की हम भागते तो रहे पर पाया क्या हमने .......
तेरी आँखों को जब देखा ,कमल कहने को जी चाहा ......
मैं शायर तो नहीं लेकिन गज़ल कहने को जी चाहा ......
कोई कहता है दीवाना मुझको कोई कहता पागल है ....
किसी को क्या पता की मेरी रूह तेरे इश्क में घायल है ........
जिंदगी को सँवारने के लिए आ जाओं मेरे हमदम ....
तेरे आने से अपनी मंजिल को पा ही लेगे मेरे कदम ......
कोई कहता है दीवाना मुझको कोई कहता पागल है ....
किसी को क्या पता की मेरी रूह इश्क में घायल है ......
कोई कहता है दीवाना मुझको कोई कहता पागल है ....
सबको को क्या पता की मेरी रूह इश्क में घायल है ......
रात ढल रही है और चाँद है तनहा ....
चाँद भी गुफ्तुगू कर ले सितारों से......
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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