अक्सर स्वार्थी हम लोग ,जब भी अपनों का फायदा उठाते हैं तो अपनी योग्यता और अपनी ही पीठ थपथपाते रहते हैं कि हम इस योग्य है कि यह गधा मेरे लिए काम आ रहा है ! यह हमारी ही मुहब्बत है कि वह हमसे प्यार करता है ....
बेहद दर्द के साथ इन प्यारों का साथ छोड़ना ही बेहतर है ... दिल कहता है कि
इंशा अब इन्हीं अजनबियों में चैन से सारी उम्र कटे
जिनके कारण बस्ती छोड़ी नाम न लो उन प्यारों का
आज के समय में खोया पाने का आकलन करें तो लगता है जीवन में आनंद ही नहीं है ! क्यों न बुरी संगति, याद ही न रखें और बेहतर आशाओं के साथ, जीवन के ख़राब पडावों को भूलने की कोशिश करें
बेहद दर्द के साथ इन प्यारों का साथ छोड़ना ही बेहतर है ... दिल कहता है कि
इंशा अब इन्हीं अजनबियों में चैन से सारी उम्र कटे
जिनके कारण बस्ती छोड़ी नाम न लो उन प्यारों का
आज के समय में खोया पाने का आकलन करें तो लगता है जीवन में आनंद ही नहीं है ! क्यों न बुरी संगति, याद ही न रखें और बेहतर आशाओं के साथ, जीवन के ख़राब पडावों को भूलने की कोशिश करें
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